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हमीरपुर। रिश्वत लेते पकड़े गए जलालपुर थाने के दरोगा हरिश्चंद्र को एंटी करप्शन टीम शुक्रवार की रात लखनऊ ले गई।
हरिश्चंद्र ने तीन मई को बरहरा गांव में गुटखा फैक्टरी पकड़ी थी। यहीं के रहने वाले संचालक राजेंद्र को गिरफ्तार किया था। दो अन्य आरोपी छेदालाल और अभिषेक को फरार हो गए थे। दरोगा ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की धमकी देकर छेदालाल से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। उसने आठ हजार रुपये दिए भी थे। तीन जून को छेदालाल को एसआई ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। छेदालाल के भाई रत्नेश से दरोगा ने मामले को हल्का करने के नाम पर 50 हजार की रिश्वत देने का दबाव बढ़ा दिया। स्थानीय पुलिस अधिकारियों से रत्नेश ने शिकायत की, लेकिन उसे आश्वासन ही मिला। पीड़ित लखनऊ जाकर पुलिस महानिदेशक से मिला। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को दरोगा को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते दबोच लिया।
हमीरपुर। रिश्वत लेते पकड़े गए जलालपुर थाने के दरोगा हरिश्चंद्र को एंटी करप्शन टीम शुक्रवार की रात लखनऊ ले गई।
हरिश्चंद्र ने तीन मई को बरहरा गांव में गुटखा फैक्टरी पकड़ी थी। यहीं के रहने वाले संचालक राजेंद्र को गिरफ्तार किया था। दो अन्य आरोपी छेदालाल और अभिषेक को फरार हो गए थे। दरोगा ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की धमकी देकर छेदालाल से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। उसने आठ हजार रुपये दिए भी थे। तीन जून को छेदालाल को एसआई ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। छेदालाल के भाई रत्नेश से दरोगा ने मामले को हल्का करने के नाम पर 50 हजार की रिश्वत देने का दबाव बढ़ा दिया। स्थानीय पुलिस अधिकारियों से रत्नेश ने शिकायत की, लेकिन उसे आश्वासन ही मिला। पीड़ित लखनऊ जाकर पुलिस महानिदेशक से मिला। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को दरोगा को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते दबोच लिया।