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बांदा। स्कूल से घर लौटने के बाद पंचायत मित्र की बहन व कक्षा नौ कक्षा की छात्रा ने पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी। चर्चा है कि स्कूल आते-जाते समय रास्ते में कुछ शोहदे आए दिन छात्रा पर छींटाकशी करते थे। इसी से आजिज होकर उसने जान दी है। पुलिस कारणों की जांच में जुटी है। इस मामले में स्कूल के प्रधानाचार्य और कक्षाध्यापक से भी पूछताछ होगी।
बिसंडा थाना क्षेत्र के इटवां गांव निवासी सुदामा प्रसाद की बेटी मंगीरिया (18) शुक्रवार को सुबह करीब चार किलोमीटर दूर परसेहटा गांव स्थित स्कूल पढ़ने गई थी। दोपहर को घर लौटी और बस्ता रखकर बिना किसी से बताए निकल गई। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने परिजनों को बताया कि मंगीरिया का शव चिल्ला के पेड़ में दुपट्टे के फंदे से लटक रहा है। घरवाले मौके पर पहुंच। कुछ ही देर में पुलिस भी आ गई।
जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटनास्थल घर से करीब आधा किलोमीटर दूर है। गांव में चर्चा है कि छात्रा के साइकिल से स्कूल आते और जाते समय रास्ते में कुछ शोहदे अक्सर छींटाकशी करते थे। इसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या की है। छात्रा के भाई पंचायत मित्र घनश्याम पाल ने बताया कि कोई दिक्कत नहीं थी। स्कूल की फीस भी बकाया नहीं थी।
मंगीरिया ने भी घर में किसी से कोई समस्या नहीं बताई। स्कूल प्रतिदिन साइकिल से आती-जाती थी। वह छह बहनों और दो भाइयों में सबसे छोटी थी। बिसंडा थानाध्यक्ष का कहना है कि हर बिंदु पर जांच की जा रही है। परिजनों के अलावा स्कूल स्टाफ से भी जानकारी की जाएगी।
भाइयों के लिए घर पर ही बना रही थी राखी
घर में सबसे छोटी होने से मंगीरिया सबकी लाडली थी। रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले उसके आत्महत्या कर लेने से परिजन हतप्रभ हैं। मां चुनबदिया बेसुध हो गई। भाई घनश्याम पाल ने बताया कि मंगीरिया दोनों भाइयों के लिए रक्षाबंधन के लिए खुद राखी तैयार कर रही थी। वह बहुत खुश थी। उसे कपड़े लेने के लिए बाजार जाना था, लेकिन इसके पहले ही उसने दुनिया को अलविदा कह दिया।
बांदा। स्कूल से घर लौटने के बाद पंचायत मित्र की बहन व कक्षा नौ कक्षा की छात्रा ने पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी। चर्चा है कि स्कूल आते-जाते समय रास्ते में कुछ शोहदे आए दिन छात्रा पर छींटाकशी करते थे। इसी से आजिज होकर उसने जान दी है। पुलिस कारणों की जांच में जुटी है। इस मामले में स्कूल के प्रधानाचार्य और कक्षाध्यापक से भी पूछताछ होगी।
बिसंडा थाना क्षेत्र के इटवां गांव निवासी सुदामा प्रसाद की बेटी मंगीरिया (18) शुक्रवार को सुबह करीब चार किलोमीटर दूर परसेहटा गांव स्थित स्कूल पढ़ने गई थी। दोपहर को घर लौटी और बस्ता रखकर बिना किसी से बताए निकल गई। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने परिजनों को बताया कि मंगीरिया का शव चिल्ला के पेड़ में दुपट्टे के फंदे से लटक रहा है। घरवाले मौके पर पहुंच। कुछ ही देर में पुलिस भी आ गई।
जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटनास्थल घर से करीब आधा किलोमीटर दूर है। गांव में चर्चा है कि छात्रा के साइकिल से स्कूल आते और जाते समय रास्ते में कुछ शोहदे अक्सर छींटाकशी करते थे। इसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या की है। छात्रा के भाई पंचायत मित्र घनश्याम पाल ने बताया कि कोई दिक्कत नहीं थी। स्कूल की फीस भी बकाया नहीं थी।
मंगीरिया ने भी घर में किसी से कोई समस्या नहीं बताई। स्कूल प्रतिदिन साइकिल से आती-जाती थी। वह छह बहनों और दो भाइयों में सबसे छोटी थी। बिसंडा थानाध्यक्ष का कहना है कि हर बिंदु पर जांच की जा रही है। परिजनों के अलावा स्कूल स्टाफ से भी जानकारी की जाएगी।
भाइयों के लिए घर पर ही बना रही थी राखी
घर में सबसे छोटी होने से मंगीरिया सबकी लाडली थी। रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले उसके आत्महत्या कर लेने से परिजन हतप्रभ हैं। मां चुनबदिया बेसुध हो गई। भाई घनश्याम पाल ने बताया कि मंगीरिया दोनों भाइयों के लिए रक्षाबंधन के लिए खुद राखी तैयार कर रही थी। वह बहुत खुश थी। उसे कपड़े लेने के लिए बाजार जाना था, लेकिन इसके पहले ही उसने दुनिया को अलविदा कह दिया।