वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Sun, 12 Jun 2022 09:35 PM IST
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ब्रिटेन सरकार ने एक नई फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने के अभियान का समर्थन करने पर एक इमाम की स्वतंत्र सलाहकार के रूप में नियुक्ति को वापस ले लिया है। दावा किया जा रहा है कि इस फिल्म में पैगंबर मोहम्मद की बेटी की कहानी को दिखाया गया है।
इमाम कारी आसिम सरकार के तथाकथित इस्लामोफोबिया (इस्लाम के प्रति घृणा या डर) सलाहकार थे और सरकार के मुस्लिम घृणा रोधी कार्य समूह के उपाध्यक्ष भी थे। उन्हें शनिवार शाम को सरकारी पत्र के माध्यम से सूचित किया गया कि फिल्म ‘द लेडी ऑफ हेवन’ के विरोध के लिए उनका समर्थन कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करता है। साथ ही इसके द्वारा सांप्रदायिक तनाव भी बढ़ सकता है।
ब्रिटेन के सिनेमाघरों ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा के मद्देनजर फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द कर दी थी। फिल्म की वेबसाइट के अनुसार यह पैगंबर मोहम्मद की बेटी लेडी फातिमा की कहानी है।
ब्रिटेन की सबसे बड़ी सिनेमा सीरीज में से एक ‘द लेडी ऑफ हेवेन’ लगातार विवादों में है। फिल्म के विरोध के चलते कई जगह इसे बैन कर दिया गया है। फिल्म का विरोध करने वालों की मानें तो इस फिल्म में प्रारंभिक इस्लामी इतिहास का गलत चित्रण किया गया है। दरअसल, इस फिल्म में सातवीं शताब्दी के दौरान पैगंबर मोहम्मद की बेटी फातिमा की जिंदगी के बारे में बताया गया है।