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पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा के दो निलंबित पदाधिकारियों की विवादास्पद टिप्पणी के बाद शुरु हुए विरोध और बयानबाजी की आंच अब चीन तक पहुंच गई है। चीन ने सोमवार को इस मामले में प्रतिक्रिया दी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने बीजिंग में इस मामले में टिपपणी करते हुए कहा कि इस मामले में हालात को सही तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है।
चीन ने दिया बयान
चीन ने कहा कि उसका मानना है कि विभिन्न सभ्यताओं, विभिन्न धर्मों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए और सबके बीच समान स्तर पर सह-अस्तित्व होना चाहिए। गौरतलब है कि चीन पहले ही अस्थिर शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई के गंभीर आरोपों का सामना कर रहा है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के मामले में हमने प्रासंगिक रिपोर्टें देखी हैं। हमें उम्मीद है कि इस घटना से ठीक से निपटा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि अहंकार और पूर्वाग्रह को त्यागना महत्वपूर्ण है। अपनी सभ्यता और अन्य सभ्यताओं में मतभेदों की पहचान कर और संवाद और सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना जरूरी है।
उइगर मुसलमानों के खिलाफ पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का सामना कर रहा है चीन
गौरतलब है कि चीन उइगर मुसलमानों के खिलाफ बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों के उल्लंघन और अस्थिर शिनजियांग प्रांत में उनके सामूहिक कारावास के पश्चिमी देशों के आरोपों का सामना कर रहा है। पिछले महीने, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की प्रमुख मिशेल बाचेलेट ने विभिन्न उम्र के एक लाख से अधिक उइगर मुसलमानों को नजरबंद करने के आरोपों की जांच के लिए चीन का दौरा किया था।
भाजपा ने की थी कार्रवाई
पैगंबर के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी के बाद भाजपा ने 5 जून को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित और दिल्ली के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया था। इसके साथ ही भाजपा ने एक बयान जारी किया था। जिसमें उसने कहा था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करता है।
इसके अलावा भारत ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देता है। एक धार्मिक व्यक्तित्व को बदनाम करने वाले आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां कुछ व्यक्तियों द्वारा की गई थीं। वे किसी भी रूप में भारत सरकार के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं।