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कबरई (महोबा)। कस्बा कबरई की 40 हजार की आबादी के सामने पेयजल संकट पैदा हो गया है। कबरई बांध से होने वाली पेयजल आपूर्ति पहले से ही ठप है। अब नगर पंचायत ने बजट का अभाव बताकर टैंकरों से होने वाली पेयजल आपूर्ति करने से हाथ खड़े कर लिए हैं। ऐसे में लोग बूंद-बूंद पानी को परेशान है। यही वजह है कि एकमात्र सहारा बचे दूर-दराज के हैंडपंपों पर लोगों की भारी भीड़ जुट रही है।
एक दशक से कबरईवासी पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। दो साल पहले कबरई पेयजल योजना स्वीकृत हुई थी। जिसके तहत टंकियों व नई पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। यह योजना माह दिसंबर में पूरी होना है। पूर्व की लाइनों में जगह-जगह लीकेज होने से आपूर्ति ठप है। नगर पंचायत द्वारा माह अप्रैल से टेंकरों से आपूर्ति शुरू कराई गई थी। जिससे लोगों को खासी राहत मिली। एक अगस्त से नगर पंचायतों ने पेयजल आपूर्ति से हाथ खड़े करते हुए टेेंकरों का संचालन बंद करा दिया है। जिससे लोग बूंद-बूंद पानी को लेकर परेशान है। अधिकांश लोगों का पूरा दिन पानी की जुगाड़ में ही गुजर जाता है।
व्यापार मंडल के महामंत्री विजय गुप्ता, युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष राहुल गुप्ता, अंशुल गुप्ता, पुष्पेंद्र दुबे, मयंक गुप्ता, प्रेमचंद, वीपेंद्र परमार, रूपेंद्र सिंह आदि ने नगर पंचायत व जल संस्थान कार्यालय पहुंच विरोध दर्ज कराया और टेंकर न पहुंचने की जानकारी दी। बजट का अभाव बताकर टेंकरों से आपूर्ति बंद किए जाने की जानकारी होने पर व्यापारियों ने आक्रोश जताते हुए शीघ्र समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
गर्मी के मौसम में तीन माह के लिए टैंकर से जलापूर्ति के निर्देश हैं। 15 अप्रैल से 31 जुलाई तक टैंकर चलाए गए। अब इसका कोई बजट नहीं हैं। 15वें वित्त से इसके धन की व्यवस्था की जाती है। उच्चाधिकारियों के आदेश पर आगे सुविधा दी जाएगी।
-वेदप्रकाश सिंह, अधिशासी अधिकारी
कबरई (महोबा)। कस्बा कबरई की 40 हजार की आबादी के सामने पेयजल संकट पैदा हो गया है। कबरई बांध से होने वाली पेयजल आपूर्ति पहले से ही ठप है। अब नगर पंचायत ने बजट का अभाव बताकर टैंकरों से होने वाली पेयजल आपूर्ति करने से हाथ खड़े कर लिए हैं। ऐसे में लोग बूंद-बूंद पानी को परेशान है। यही वजह है कि एकमात्र सहारा बचे दूर-दराज के हैंडपंपों पर लोगों की भारी भीड़ जुट रही है।
एक दशक से कबरईवासी पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। दो साल पहले कबरई पेयजल योजना स्वीकृत हुई थी। जिसके तहत टंकियों व नई पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। यह योजना माह दिसंबर में पूरी होना है। पूर्व की लाइनों में जगह-जगह लीकेज होने से आपूर्ति ठप है। नगर पंचायत द्वारा माह अप्रैल से टेंकरों से आपूर्ति शुरू कराई गई थी। जिससे लोगों को खासी राहत मिली। एक अगस्त से नगर पंचायतों ने पेयजल आपूर्ति से हाथ खड़े करते हुए टेेंकरों का संचालन बंद करा दिया है। जिससे लोग बूंद-बूंद पानी को लेकर परेशान है। अधिकांश लोगों का पूरा दिन पानी की जुगाड़ में ही गुजर जाता है।
व्यापार मंडल के महामंत्री विजय गुप्ता, युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष राहुल गुप्ता, अंशुल गुप्ता, पुष्पेंद्र दुबे, मयंक गुप्ता, प्रेमचंद, वीपेंद्र परमार, रूपेंद्र सिंह आदि ने नगर पंचायत व जल संस्थान कार्यालय पहुंच विरोध दर्ज कराया और टेंकर न पहुंचने की जानकारी दी। बजट का अभाव बताकर टेंकरों से आपूर्ति बंद किए जाने की जानकारी होने पर व्यापारियों ने आक्रोश जताते हुए शीघ्र समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
गर्मी के मौसम में तीन माह के लिए टैंकर से जलापूर्ति के निर्देश हैं। 15 अप्रैल से 31 जुलाई तक टैंकर चलाए गए। अब इसका कोई बजट नहीं हैं। 15वें वित्त से इसके धन की व्यवस्था की जाती है। उच्चाधिकारियों के आदेश पर आगे सुविधा दी जाएगी।
-वेदप्रकाश सिंह, अधिशासी अधिकारी