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हमीरपुर। किसान भाई कृषि उत्पादक संगठन (एफपीओ) से जुड़ें। जिससे उन्हें फसल का उचित लाभ मिल सके। कृषि क्षेत्र के जोखिम से बच सकें। यह बात हिसार के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. जगवीर रावत ने किसानों से कही।
उप कृषि निदेशक प्रसार विभाग के सभागार में शुक्रवार को कृषक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें डा. रावत ने कहा कि किसान एफपीओ के माध्यम से अपनी फसलों का चुनाव खुद करें। जिससे उन्हें जोखिम कम उठाना पड़े। मौसम की मार का उसमें कोई फर्क न पड़े। एफपीओ सेल के सलाहकार पीएस ओझा ने एफपीओ से मिलने वाली योजनाओं और लाभ की जानकारी किसानों को दी। कहाकि आने वाले समय में सरकार की सारी योजनाओं का लाभ एफपीओ के माध्यम से ही मिलेगा।
बीकेडी एसएस किसान प्रोड्यूसर कंपनी के एफपीओ निदेशक देव सिंह ने बताया कि छोटे-छोटे किसान हितकारी समूहों का गठन कर एक ही तरह के कार्य करने को प्रेरित करना है। वह पशुपालन, उन्नत किस्म की फसलें या अन्य कोई काम कलस्टर बनाकर कर सकते हैं। एफपीओ कृषि यूनिवर्सिटी या कृषि विज्ञान केंद्र के साथ मिलकर काम करते हैं। कार्यशाला में जिले में गठित कृषक उत्पादक संगठनों के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
हमीरपुर। किसान भाई कृषि उत्पादक संगठन (एफपीओ) से जुड़ें। जिससे उन्हें फसल का उचित लाभ मिल सके। कृषि क्षेत्र के जोखिम से बच सकें। यह बात हिसार के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. जगवीर रावत ने किसानों से कही।
उप कृषि निदेशक प्रसार विभाग के सभागार में शुक्रवार को कृषक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें डा. रावत ने कहा कि किसान एफपीओ के माध्यम से अपनी फसलों का चुनाव खुद करें। जिससे उन्हें जोखिम कम उठाना पड़े। मौसम की मार का उसमें कोई फर्क न पड़े। एफपीओ सेल के सलाहकार पीएस ओझा ने एफपीओ से मिलने वाली योजनाओं और लाभ की जानकारी किसानों को दी। कहाकि आने वाले समय में सरकार की सारी योजनाओं का लाभ एफपीओ के माध्यम से ही मिलेगा।
बीकेडी एसएस किसान प्रोड्यूसर कंपनी के एफपीओ निदेशक देव सिंह ने बताया कि छोटे-छोटे किसान हितकारी समूहों का गठन कर एक ही तरह के कार्य करने को प्रेरित करना है। वह पशुपालन, उन्नत किस्म की फसलें या अन्य कोई काम कलस्टर बनाकर कर सकते हैं। एफपीओ कृषि यूनिवर्सिटी या कृषि विज्ञान केंद्र के साथ मिलकर काम करते हैं। कार्यशाला में जिले में गठित कृषक उत्पादक संगठनों के सदस्यों ने हिस्सा लिया।