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हमीरपुर। अवैध खनन की शिकायत पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम ने यमुना और बेतवा नदी पर संचालित सात खदानों का निरीक्षण किया। पांच सदस्यीय टीम जांच के बाद लौट गई है।
जनहित याचिकाकर्ता एड. आशीष कुमार द्विवेदी ने मई 2022 में एनजीटी अदालत में याचिका दायर की थी। इसमें बताया कि सात पट्टा धारक भेड़ी, पत्योरा, भुलसी, टीकापुर, चिकासी आदि स्वीकृत पट्टे के बाहर खनन कर रहे हैं। नदियों में प्रतिबंधित मशीनों के जरिये जलधारा से खनन, पुल बनाकर पर्यावरण को क्षति पहुंचाने की बात कही थी।
वन क्षेत्रों में भी खनन किए जाने की शिकायत की थी। याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने पांच सदस्यीय टीम का गठन कर चार सप्ताह के भीतर बैठक करने और क्षेत्र का दौरा करने का निर्देश दिया था।
गुरुवार को टीम ने पत्योरा खदान का निरीक्षण किया था। वहीं शुक्रवार को टीम ने भुलसी, टीकापुर, चिकासी, भेड़ी खदानों का निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट तैयार कर लौट गई।
अपर जिलाधिकारी रमेशचंद्र का कहना है कि टीम में निदेशक खनन और भू वैज्ञानिक, सीपीसीबी, राज्य पीसीबी के प्रतिनिधि शामिल थे। बताया कि शुक्रवार को शेष बची खदानों का निरीक्षण करके टीम लौट गई है।
हमीरपुर। अवैध खनन की शिकायत पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम ने यमुना और बेतवा नदी पर संचालित सात खदानों का निरीक्षण किया। पांच सदस्यीय टीम जांच के बाद लौट गई है।
जनहित याचिकाकर्ता एड. आशीष कुमार द्विवेदी ने मई 2022 में एनजीटी अदालत में याचिका दायर की थी। इसमें बताया कि सात पट्टा धारक भेड़ी, पत्योरा, भुलसी, टीकापुर, चिकासी आदि स्वीकृत पट्टे के बाहर खनन कर रहे हैं। नदियों में प्रतिबंधित मशीनों के जरिये जलधारा से खनन, पुल बनाकर पर्यावरण को क्षति पहुंचाने की बात कही थी।
वन क्षेत्रों में भी खनन किए जाने की शिकायत की थी। याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने पांच सदस्यीय टीम का गठन कर चार सप्ताह के भीतर बैठक करने और क्षेत्र का दौरा करने का निर्देश दिया था।
गुरुवार को टीम ने पत्योरा खदान का निरीक्षण किया था। वहीं शुक्रवार को टीम ने भुलसी, टीकापुर, चिकासी, भेड़ी खदानों का निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट तैयार कर लौट गई।
अपर जिलाधिकारी रमेशचंद्र का कहना है कि टीम में निदेशक खनन और भू वैज्ञानिक, सीपीसीबी, राज्य पीसीबी के प्रतिनिधि शामिल थे। बताया कि शुक्रवार को शेष बची खदानों का निरीक्षण करके टीम लौट गई है।