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राठ। लाखों के जेवर की बरामदगी की मांग को लेकर तहसील पहुंचीं महिलाओं को पुलिस ने धरना देने से रोक दिया। शांतिभंग का आरोप लगा उन्हें थाने ले आई। यहां से घर भेज दिया गया है।
पठानपुरा मोहल्ला निवासी शिक्षक रमेश चंद्र के घर 26 जनवरी की शाम को लाखों की चोरी हुई थी। पुलिस ने चोरी का खुलासा कर दो आरोपियों को जेल भेज दिया था। रमेश की पत्नी उमा महान ने बताया पुलिस ने चोरी गया बैग व कुछ चांदी बरामद की। उसी बैग में रखे 11 लाख रुपये कीमती सोने के गहनों का कुछ पता नहीं चल रहा। गहने बरामदगी को लेकर उच्चाधिकारियों से गुहार लगा चुकीं हैं।
तहसील में पांच दिन क्रमिक अनशन व एक दिन आमरण अनशन भी किया था। पुलिस ने 20 दिन में गहने बरामद करने का आश्वासन देकर अनशन खत्म कराया था।
एक माह से अधिक अवधि बीतने पर शनिवार सुबह उमा महान अपनी बहन के साथ आमरण अनशन करने तहसील पहुंचीं। जहां पहले से मौजूद पुलिस दोनों महिलाओं को कोतवाली ले गई। वहीं कोतवाल दिनेश सिंह ने कहा धारा 144 का उल्लंघन करने पर महिलाओं को कोतवाली ले गए थे, जिन्हें समझा कर घर भेज दिया।
राठ। लाखों के जेवर की बरामदगी की मांग को लेकर तहसील पहुंचीं महिलाओं को पुलिस ने धरना देने से रोक दिया। शांतिभंग का आरोप लगा उन्हें थाने ले आई। यहां से घर भेज दिया गया है।
पठानपुरा मोहल्ला निवासी शिक्षक रमेश चंद्र के घर 26 जनवरी की शाम को लाखों की चोरी हुई थी। पुलिस ने चोरी का खुलासा कर दो आरोपियों को जेल भेज दिया था। रमेश की पत्नी उमा महान ने बताया पुलिस ने चोरी गया बैग व कुछ चांदी बरामद की। उसी बैग में रखे 11 लाख रुपये कीमती सोने के गहनों का कुछ पता नहीं चल रहा। गहने बरामदगी को लेकर उच्चाधिकारियों से गुहार लगा चुकीं हैं।
तहसील में पांच दिन क्रमिक अनशन व एक दिन आमरण अनशन भी किया था। पुलिस ने 20 दिन में गहने बरामद करने का आश्वासन देकर अनशन खत्म कराया था।
एक माह से अधिक अवधि बीतने पर शनिवार सुबह उमा महान अपनी बहन के साथ आमरण अनशन करने तहसील पहुंचीं। जहां पहले से मौजूद पुलिस दोनों महिलाओं को कोतवाली ले गई। वहीं कोतवाल दिनेश सिंह ने कहा धारा 144 का उल्लंघन करने पर महिलाओं को कोतवाली ले गए थे, जिन्हें समझा कर घर भेज दिया।