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उरई। कर्ज से परेशान वृद्ध मजदूर ने फंदा लगाकर जान दे दी। परिजनों ने जब उसके शव को फंदे पर लटका देखा तो घर में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर जांच पड़ताल के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के गढ़न गांव निवासी परमसुख (60) ने शनिवार की देर रात घर के बाहर लगे नीम के पेड़ पर रस्सी का फंदा बनाकर जान दे दी। रविवार की सुबह जब परिजनों ने उसके शव को फंदे पर लटका देखा तो चीखपुकार मच गई। परिजनों ने पुलिस को बताया कि गांव के कुछ लोगों का उस पर कर्ज था। इस कारण वह अक्सर परेशान रहता था। मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके तीन बेटी और चार बेटे है। पत्नी गंगादेवी सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। (संवाद)
उरई। कर्ज से परेशान वृद्ध मजदूर ने फंदा लगाकर जान दे दी। परिजनों ने जब उसके शव को फंदे पर लटका देखा तो घर में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर जांच पड़ताल के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के गढ़न गांव निवासी परमसुख (60) ने शनिवार की देर रात घर के बाहर लगे नीम के पेड़ पर रस्सी का फंदा बनाकर जान दे दी। रविवार की सुबह जब परिजनों ने उसके शव को फंदे पर लटका देखा तो चीखपुकार मच गई। परिजनों ने पुलिस को बताया कि गांव के कुछ लोगों का उस पर कर्ज था। इस कारण वह अक्सर परेशान रहता था। मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके तीन बेटी और चार बेटे है। पत्नी गंगादेवी सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। (संवाद)