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खरेला (महोबा)। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजना के निर्माण में लगे वाहनों की आवाजाही से सड़कें गड्ढों में तब्दील हो र्गइं हैं। रिवई-कबरई व टिकरी खरेला मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढों से हादसे हो रहे हैं। बारिश के मौसम से पहले यदि इन सड़कों को दुरुस्त नहीं कराया गया तो वाहन चालकों के लिए सड़कें जानलेवा बनेगी।
विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते सड़कों का निर्माण कई बार मांग के बाद भी शुरू नहीं हो सका। ओवरलोड वाहनों के निकलने से जगह-जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में गड्ढों में पानी भरने से पैदल निकलना मुश्किल हो जाएगा। कई गांव का संपर्क भी टूट सकता है।
रिवई-कबरई की 19 किलोमीटर सड़क का निर्माण पांच साल पहले कराया गया था। इस सड़क से चरखारी ब्लॉक के 12 व कबरई ब्लॉक के आठ गांव के लोगों की आवाजाही होती है। ग्रामीण संदीप कुमार, साकेत त्रिपाठी आदि ने बताया कि पत्थर मंडी से ग्रिट लदे डंपरों से निकलने से क्षतिग्रस्त हुई। सड़क का निर्माण कराए जाने के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से मांग की गई लेकिन कोई भी अधिकारी मौके पर सड़क को देखने तक नहीं आए। बारिश में टूटी सड़क राहगीरों के लिए जानलेवा साबित होगी।
एक साल से सड़क खराब
टिकरी-खरेला का पांच किमी मार्ग एक साल से गड्ढों में तब्दील है। इस मार्ग से बरदा, कुड़ार, जरौली, चंदौली, तिसौनी, बल्लायं, दमदमा आदि गांव के ग्रामीणों की आवाजाही है। उखड़ी सड़क पर आए दिन वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं। एक-एक फीट गहरे गड्ढे होने से बारिश में समस्या और गंभीर होगी। ग्राम प्रधान से बारिश से पहले सड़क दुरुस्त कराने की मांग की है। कहा कि यदि सड़क नहीं बनी तो बारिश के दौरान कई गांव का संपर्क टूट जाएगा। बताया कि कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।
क्या बोले जिम्मेदार
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विपिन कुमार का कहना है कि टिकरी-खरेेला मार्ग को दुरुस्त कराया जाएगा। मौके पर अधिकारियों को भेजकर जांच कराई जाएगी। वहीं प्रधानमंत्री सड़क योजना का काम देख रहे अधिशासी अभियंता रिजवान अहमद का कहना है कि रिवई-कबरई मार्ग की अवधि पांच वर्ष पूरी हो गई है। इसके लिए अलग से कोई बजट नहीं आया है। सड़क दुरुस्त कराने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजेंगे।
खरेला (महोबा)। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजना के निर्माण में लगे वाहनों की आवाजाही से सड़कें गड्ढों में तब्दील हो र्गइं हैं। रिवई-कबरई व टिकरी खरेला मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढों से हादसे हो रहे हैं। बारिश के मौसम से पहले यदि इन सड़कों को दुरुस्त नहीं कराया गया तो वाहन चालकों के लिए सड़कें जानलेवा बनेगी।
विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते सड़कों का निर्माण कई बार मांग के बाद भी शुरू नहीं हो सका। ओवरलोड वाहनों के निकलने से जगह-जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में गड्ढों में पानी भरने से पैदल निकलना मुश्किल हो जाएगा। कई गांव का संपर्क भी टूट सकता है।
रिवई-कबरई की 19 किलोमीटर सड़क का निर्माण पांच साल पहले कराया गया था। इस सड़क से चरखारी ब्लॉक के 12 व कबरई ब्लॉक के आठ गांव के लोगों की आवाजाही होती है। ग्रामीण संदीप कुमार, साकेत त्रिपाठी आदि ने बताया कि पत्थर मंडी से ग्रिट लदे डंपरों से निकलने से क्षतिग्रस्त हुई। सड़क का निर्माण कराए जाने के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से मांग की गई लेकिन कोई भी अधिकारी मौके पर सड़क को देखने तक नहीं आए। बारिश में टूटी सड़क राहगीरों के लिए जानलेवा साबित होगी।
एक साल से सड़क खराब
टिकरी-खरेला का पांच किमी मार्ग एक साल से गड्ढों में तब्दील है। इस मार्ग से बरदा, कुड़ार, जरौली, चंदौली, तिसौनी, बल्लायं, दमदमा आदि गांव के ग्रामीणों की आवाजाही है। उखड़ी सड़क पर आए दिन वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं। एक-एक फीट गहरे गड्ढे होने से बारिश में समस्या और गंभीर होगी। ग्राम प्रधान से बारिश से पहले सड़क दुरुस्त कराने की मांग की है। कहा कि यदि सड़क नहीं बनी तो बारिश के दौरान कई गांव का संपर्क टूट जाएगा। बताया कि कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।
क्या बोले जिम्मेदार
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विपिन कुमार का कहना है कि टिकरी-खरेेला मार्ग को दुरुस्त कराया जाएगा। मौके पर अधिकारियों को भेजकर जांच कराई जाएगी। वहीं प्रधानमंत्री सड़क योजना का काम देख रहे अधिशासी अभियंता रिजवान अहमद का कहना है कि रिवई-कबरई मार्ग की अवधि पांच वर्ष पूरी हो गई है। इसके लिए अलग से कोई बजट नहीं आया है। सड़क दुरुस्त कराने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजेंगे।